आख़िरकार तमाम ब्रेकरों को पार करते हुए बुद्धा सर्किट में फॉर्मूला वन रेस का महाआयोजन संपन्न हो गया. रेस के बाद अंतराष्ट्रीय पॉप स्टार लेडी गागा का शो भी धूमधड़ाके के साथ रात भर चला. हालांकि शुरुआत में रेसिंग ट्रैक पर अचानक कुत्ता घुस जाने, प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बिजली गुल होने और मीडिया सेंटर में चमगादड़ उड़ता दिखने के कारण कुछ आशंकाएं ज़रूर उठीं, लेकिन फॉर्मूला वन रेस संपन्न हो गईं. सचिन तेंदुलकर ने हरी झंडी दिखाई, वहीं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने तीनों विजेता रेसरों को ट्रॉफी से नवाजा. रफ्तार और रोमांच की इस रेस में जर्मनी के 24 वर्षीय सेबस्टियन वेटल सब पर भारी पड़े. रेड बुल टीम के इस विश्व चैंपियन ड्राइवर ने प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पर आयोजित पहली इंडियन ग्रां प्री जीत ली.
मैक्लारेन के ड्राइवर ब्रिटेन के जेंसन बटन दूसरे और फेरारी के सवार स्पेन के फर्नांडो अलोंसो तीसरे स्थान पर रहे. घरेलू टीम सहारा फोर्स इंडिया के लिए भी यह रेस उपलब्धि भरी रही. इसके ड्राइवर एड्रियन सुतिल ने 9वें स्थान पर रहकर दो अंक अर्जित किए. भारत के दिग्गज फॉर्मूला वन रेसर नारायण कार्तिकेयन ने 17वां स्थान हासिल किया. रेस की शुरुआत से ही वेटल ने बढ़त हासिल की और अंत तक उसे बरक़रार रखा. 60 लैप की इस रेस में कोई भी ड्राइवर उन्हें चुनौती देता नज़र नहीं आया.
देश-विदेश से आए दर्शकों का उत्साह देखते हुए एफ-वन के बाद बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पर मोटो जीपी मोटरसाइकिल रेस कराने की तैयारी शुरू हो गई है. सूत्रों के मुताबिक़, मार्च 2012 तक लोग मोटरसाइकिल रेस का भी आनंद ले सकेंगे. वहीं अक्टूबर 2012 में फिर एफ-वन रेस का आयोजन होगा. यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे स्थित जेपी स्पोट्र्स कांप्लेक्स में एफ-वन ट्रैक के निर्माण के साथ ही मोटरसाइकिल रेस कराने की भी तैयारी शुरू हो गई थी. रेस के लिए कंपनी को अभी इंटरनेशनल मोटो स्पोट्र्स से अनुमति नहीं मिल पाई है. कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक़, मोटो जीपी की अनुमति जल्द मिल जाएगी
इस तरह के आयोजन में होने वाले फायदे को देखते हुए स्पोट्र्स कार कंपनी फरारी ने बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट में प्रशिक्षण कार्यक्रम और एक चैलेंजर सीरीज कराने की योजना बनाई है. फरारी स्पा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमेदेव फेलिसा के मुताबिक़, हमारा विचार है कि क्यों न हम भी अपनी चैलेंजर सीरीज रेसिंग प्रतिस्पर्धा और ग्राहक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करें, क्योंकि भारत में एक विश्वस्तरीय ट्रैक उपलब्ध है.
लेडी गागा के शो में जिस तरह ग्लैमर का तड़का लगाती सेलेब्रिटीज नज़र आईं, वैसे तो एकबारगी लगा कि मानों आईपीएल का जश्न मनाया जा रहा हो. ऐसा लगना इसलिए लाज़िमी है, क्योंकि पूरे आयोजन में जिस तरह पैसा, ग्लैमर और पार्टी का कॉकटेल दिखा, उसका ट्रेंड भारत में आईपीएल के फटाफट क्रिकेट ने ही शुरू किया है. आपको याद होगा कि पिछली बार आईपीएल में लेडी गागा की तरह अंतरराष्ट्रीय पॉप सिंगर एकॉन का शो रखा गया था. रेस के बाद हुई पार्टी में लेडी गागा ने जहां एक ओर सभी को लुभाया, वहीं अपने आपत्तिजनक माइक के ज़रिए विवाद भी खड़ा कर दिया. पुरुष जननांग के आकार के माइक पर अब काफी शोर मच रहा है, लेकिन जो लोग लेडी गागा को जानते हैं, उन्हें उनके इस क़दम से कोई आश्चर्य नहीं होगा.
गागा के लिए ऐसा विवाद नया नहीं है. वह इससे पहले भी कई बार अश्लीलता की हद पार कर चुकी हैं. गागा पर अमेरिका में पॉप के ज़रिए पॉर्न को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं. उनके कई गाने बच्चों के लिए प्रतिबंधित किए गए हैं. जिस तरह आईपीएल में विभिन्न टीमों के मालिक अपनी-अपनी टीम के साथ मौजूद थे, उसी तरह विजय माल्या और सुब्रतो रॉय समेत कई मालिक अपने टीम रेसरों के साथ ग्रेटर नोएडा में मौजूद थे और साथ में थीं सचिन, शाहरुख, प्रीति, अर्जुन रामपाल, दीपिका, सोनम और अनिल कपूर जैसी हस्तियां. नजारा भी वही और शक्लें भी वही. कुल मिलकार इसे आईपीएल का एक्टेंडेड वर्जन कहा जा सकता है.
ग़ौर करने वाली बात यह है कि बुद्धा सर्किट में फॉर्मूला वन रेस के इस महाआयोजन में केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन को आमंत्रित नहीं किया गया. हालांकि आयोजकों की ओर से कहा गया कि उन्हें पास भेजे गए थे, लेकिन अजय माकन कहते हैं कि उन्होंने आयोजकों को 100 करोड़ रुपये की कर माफी नहीं दी, इसलिए उनके साथ इस तरह का व्यवहार हुआ. बात स़िर्फ वर्तमान खेल मंत्री तक सीमित नहीं है. अभी हाल में जब पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री मणिशंकर अय्यर से इस विषय पर चर्चा हुई तो उन्होंने इस फॉर्मूला वन रेस को बेतुका खेल बता डाला. उनके मुताबिक़, रेसिंग बेहद बेतुका खेल है और इससे बड़ी मात्रा में रबर और ईंधन की बर्बादी होती है, जिन्हें आयात करना पड़ता है. फॉर्मूला वन को कर माफी के सवाल पर उन्होंने कहा, यह ट्रैक किसानों से अधिग्रहीत ज़मीन पर बनाया गया है और अधिग्रहण भी औने-पौने दामों पर किया गया. इसके बावजूद एफ वन के आयोजक चाहते हैं कि उन्हें इसके प्रचार-प्रसार के लिए कर में पूरी छूट दे दी जाए. यह कहीं से जायज़ नहीं है. इस तरह के खेलों के लिए टैक्स माफी जैसी कोई बात नहीं होनी चाहिए.
एफ वन को बेवजह प्राथमिकता दी जा रही है. यह हमारी आर्थिक ताक़त का अश्लील प्रदर्शन है और पता नहीं, हम किस तरह की संस्कृति को प्रोत्साहित करने में लगे हुए हैं. इस बात से सभी वाक़ि़फ हैं कि ऐसे खेलों के आयोजन का मक़सद एक ख़ास वर्ग का शौक पूरा करना होता है, लेकिन इन चकाचौंध भरे कार्यक्रमों की रोशनी तले कितने किसानों और खेतों का ख़ात्मा होता है, उस तऱफ लोगों की नज़र नहीं जाती. जेपी ग्रुप के स्पोट्र्स कांप्लेक्स पर नज़र दौड़ाई जाए तो मालूम होगा कि कितना बड़ा भूभाग इस तमाशे की शोभा ब़ढा रहा था. जिस देश में लोग दो जून की रोटी और सिर ढकने के लिए एक छत के लिए तरस रहे हों, वहां ऐसे तमाशों के स्थान पर कई दूसरे महत्वपूर्ण काम किए जा सकते हैं. मणिशंकर की बात भले ही थोड़ी दकियानूसी लगती हो, लेकिन उनकी बातों पर ग़ौर करना चाहिए.
यह ट्रैक किसानों की ज़मीन का औने – पौने दामों पर अधिग्रहण करके बना है. इस तरह के खेलों के लिए टैक्स मा़फी जैसी कोई बात नहीं होनी चाहिए.
- मणि शंकर अय्यर
मैं कोई स्टार-आइटम गर्ल नहीं हूं, जो मुझे निमंत्रण मिले. जब हम उन्हें टैक्स में मा़फी नहीं दे रहे हैं तो उनसे निमंत्रण की उम्मीद भी नहीं कर सकते.
- अजय माकन