Tuesday, June 4, 2013

खेल खेल में गार्डनिंग का मजा



रोहित पिछली बार अपनी नानी के यहां छुटिटयां मनाने गया तो वहां उसने ढेर सारी मस्ती के साथसाथ नानी के बगीचे और टेरिस में बागवानी का भी भरपूर मजा लिया. दरअसल नानी ने जिस तरह से घर को रंग बिरंगे फूलों और पौधों से सजाया था, वो रोहित कोे बहुत अच्छा लगा. उसने भी नानी से कहां कि वे उसे बागवानी कराना सिखाएं जाकि  घर जाकर वह  भी अपने घर को हरियाली और फूलों की खुशबू से भर दे. छुटिटयां खत्म होते ही रोहित ने नानी के बताए टिप्स को जमकर आजमाया और घर की टेरिस, विंडों और छत को कई तरह के फूलों, बेलों और पौधों से सजा डाला. नानी की टिप्स की बदौलत रोहित ने अपने घर को तो महकाया है साथ ही पूरी सोसाइटी का चहेता भी बन गया है. इस तरह रोहित ने खेलखेल में बागवानी को हौबी के साथ साथ लर्न एंड फन का बेहतरीन माध्यम बना लिया.  अब उसके सारे दोस्त उससे बागवानी की टिप्स लेने आते हैं.  वह भी अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से अपनी नानी की गार्डनिंग टिप्स शेयर करता है. आप भी ऐसा कर सकते हैं.
टीनेजर्स की उनके स्वाभाव के हिसाब से अलग अलग हौबी होती हैं. किसी को किताबों का तो किसी को डांस की हौबी होती है लेकिन कुछ हौबी ऐसी भी होती हैं जो षौक के साथ खेलने का मजा भी देती है. ऐसी ही हौबी है गाईनिंग यानी बागवानी. हम देखते हैं कि मेट्रो सिटीज में हरियाली बेहद ही मुश्किल से दिखाई देती है. जबकि किषारों का तो फेवरेट स्पौट हरा भरा पार्क ही होता है. जो किषोर अपने घर को ही पार्क जैसा हरा भरा बनाना चाहते हैं उनके लिए बागवानी के कुछ ऐसे तरीके हैं जो आपको आपको पर्फेक्ट गार्डनर और घर को ही पार्क और बगीचे जैसा बना देंगे.  सबसे पहले तो घर में ऐसी जगह ढूढे जहां छोटा सा गार्डन बनाया जा सके. अगर स्पेस की समस्या हो तो आप विंडो बॉक्स, बालकनी और टेरेस का इस्तेमाल कर सकते हैं. फिर घर में बेकार पड़ी बोतलों और बाल्टियांे को गमले की तरह प्रयोग में लाने के लिए उनमें मिटटी भरें, इससे घर का वेस्ट मैटेरियल भी काम में आ जाएगा और रंग बिरंगी बोतल और बाल्टियों में पौधे भी बड़े अच्छे लगेंगे. अगर ये सब न मिले तो बाजार से छोटेछोटे प्लास्टिक के पौट या गमले खरीद लें. फिर उनमें मिटटी भरकर उनमें अपने पसंद की क्यारियां बनाएं. अपने हाथों से मिटटी से क्यारी बनाना और उनमें पाननी से स्पे्र करनो का मजा ही अलग होता है. इसके बाद उसमें अपने पसंद के रग बिरंगे फूलों के पौध लगाएं. वेजिटेबल्स, फ्रूट्स, हर्ब्स भी लगा सकते हैं. इसके लिए घर के किसी बड़े सदस्य की मदद लें. क्यारिष्यों लगाने के बाद उनमें समय समय पर पानी और जरूरी खद डालते रहें ताकि पौधों को बढने में कम समय लगे. हां, पौधों को हमेषा अंधेरे से दूर यानी धूप में ही. याद रखें पौधों को पानी और धूप की बहुत जरूरत होती है. नहीं तो ये मुरझा जाते हैं. इअसे तरह से आपे जो खेल खेल में फले उगाएं हैं उनका  इस्तेमाल आप घर को सजाने के अलावा पार्टी में खास एरिया को डेकोरेट करने में भ्सर कर सकते हैं. यानी आप डिजाइनर एंड डेकोरटर भी बन गए. कुल मिलाकर गार्डनिंग से आपको घर बैठे ही एक बडे़ पार्क में खेलने के मजे के साथसाथ  अपना षौक तो पूरा करते हैं और घर हरियाली से महकेगा अगल से. गार्डनिंग करने से किषारों की कैलरीज भी बर्न होती हैं और रात में अच्छी नींद आती है. तो हुआ ना दोहरा फायदा. हौबी की हौबी और हेल्थ को भी फायदा.

पर्फेक्ट गार्डनर बनने के लिए
जिनका मन गार्डनिंग में कुछ ज्यादा ही रमता है तो इसे बतौर करियर भी आजमा सकते हैं. इसके लिए बाकायदा कोर्स होते हैं. इन शॉट टर्म कोर्सो को करने के लिए किसी भी डिग्री की आवश्यकता नहीं होती. विद्यार्थी का बारहवीं पास होना ही काफी होता है. अगर गार्डनिंग आपकी हॉबी है तो छुट्टियों के खाली दिनों में इस कोर्स को चुना जा सकता है. इससे आप पर्फेक्ट गार्डनर बन सकते हैं.


जरूरी टिप्स

  • बेकार पड़ वेस्ट मैटेरियल को इस्तेमाल करें
  • पौधों को स्वस्थ रखने के लिए सनलाइट, वाटरिंग और खाद की व्यवस्था
  • रंग बिरेंगे और खुशबूदार फूलों का चुनें
  • कैक्टस और ओरनामेंटल ग्रास जैसे पौधे खूबसूरत होते हैं
  • जगह के हिसाब से पौधों का चयन करें.
  • पत्तियों को टेलकम पाउडर, हेयर स्पे्र से बचाकर रखें.
  • पौधों को अंधेरे से दूर बालकनी में धूप में रखें
  • कैक्टस के गमलों में मिट्टी ढीली रखें.
  • मिटटी में काम करने के बाद खुद को अच्छे से साफ करें