Wednesday, June 19, 2013

शादी की शोपिंग हो शानदार




शादी हर कपल के लिए जीवन का सबसे यादगार लम्हा होता है. यह मौका एक बार आता है. इस दिन से जुड़े हर पहलू ताउम्र यादों के आइनों में जीवनभर सामने आते रहते हैं.  उस दिन क्या पहना था, क्या खाया था और कौन कौन शरीक हुआ था, तमाम बातें तसवीरों के जरिए उन बेहतरीन लम्हों की याद दिलाती रहती हैं.  सामान्य तौर पर शादी की तारीखें निर्धारित होते ही दूल्हादुल्हन के करीबी लोग शादी की तैयारियों और शोपिंग में जुट जाते हैं लेकिन जब कपल्स अपना बैंड बाजा बारात खुद बजा रहे हों तो भावी दूल्हादुल्हन खुद ही शादी की पूरी शोपिंग करने की चाहत रखते हैंें.
इसके दो कारण हैं. पहला तो यह कि कपल एक नए शहर में शादी करने की प्लानिंग कर अपने गार्जियन को इनवाइट करते हैं और दूसरा यह कि नई जेनरेशन अपने लिए आकर्षक परिधानों और फैशन से जुड़े हर चीज का चयन स्वयं करना चाहती है. असल में दोनों की यही इच्छा यही रहती है इस खास और शुभ दिन पर उनकी चमक खास अंदाज में सबके सामने आए. जाहिर है इस दिन हर लड़की सबसे खूबसूरत दिखना चाहती है जिससे सबकी नजरें उसी पर टिकी रहें. वहीं लडका भी सबसे हैंडसम दिखने की ख्वाहिश रखता है. वह भी शोपिंग में कोई कसर नहीं छोड़ता. इस लिहाज से दोनों के लिए शौपिंग के दौरान स्मार्टनेंस दिखानी जरूरी हो जाती है. यों तो शोपिंग के अलावा भावी दूल्हा दुल्हन ही वेडिंग प्लैनर, वेडिंग डेकोरेटर, फ्लोरिस्ट, कैटरर, मेहंदी आर्टिस्ट, ब्यूटीशियन और फैशन डिजाइनर हायर करते हें पर अभी बात शादी की षौंपिंग की.

शॉपिंग लिस्ट बनाएं
शादी की शोपिंग करना आसान नहीं होता वो भी कम समय में. ऐसे में काम आता है अपनेे जानकार व अनुभवी रिष्तेदारों का साथ जो इस तरह की शोपिंग पहले भी कर चुके होते हैं. इनके मार्गदर्शन से यह काम फट से हो जाता है. इनका परामर्श हमेशा फायदेमंद साबित होता है. जरूरत हो तो इन्हें साथ भी लेकर जाएं. सबसे पहले बाजार या मौल जाने से पहले आप शादी के सामान की सूची बनाएं. आमतौर पर लडकियां शोपिंग में ज्यादा माहिर होती हैं इसलिए उनकी मदद से से लिस्ट जल्दी बनाई जा सकती है. बरहाल इस में बहन, दोस्त से लेकर मां या मौसी किसी की भी मदद ली जा सकती है. चूंकि शोपिंग में कपड़ों, गहनों, ऐसेसीरीज, फुटवियर, मेकअप किट से लेकर हर तरह का सामान शामिल होता इसलिए लिस्ट बनाकर चलने से बाजार में समय की काफी बचत होती है. और खरीददारी के लिए कोई सामान छूटता भी नहीं है.

सस्ती और अच्छी शॉपिंग के ठिकाने
अक्सर लोग शादी में दिखावे की मानसिकता के तहत बेवजह की फिजूलखर्ची में पड़ जाते हैं. ऐसा बिलकुल नहीं है कि जो चीज मंहगी है वह अच्छी भी होगी और सस्ती खराब. अगर बाजार की सही समझ और शोपिंग की स्मार्टनेस हो तोे शादी के लिए लिमिटेड बजट में अच्छी शोपिंग की जा सकती है. हां, स्मार्ट और सस्ती शोपिंग के लिए अहम बात यह है कि आपको शोपिंग के सही ठिकाने पता हों. यो तो हर बड़े शहर में मौल और होल सेल मार्केट मौजूद हैं. फिर भी अगर दिल्ली की बात करें तों यहां हर मिजाज और बजट के शोपिंग डेस्टीनेशन हैं. मसलन सदर बाजार, चांदनी चैंक, लाजपत नगर, सरोजनी नगर, करोल बाग, रजोरी गार्डन, कमला नगर आदि. इन तमाम जगहों पर हर रेंज ओर स्टाइल की शादी शोपिंग संभव है.
शादी की खरीदारी के लिए दिल्ली में चांदनी चैक का नाम अव्वल है. यहां से ब्राइड के लिए लहंगे, साड़ी, ऐसेसीरीज और फुटवियर से लेकर दूल्हे के लिए सूट, शेरवानी, जूतियां और सेहरा सब आसानी से वाजिब दाम पर मिल जाता है. यहां की स्पेषिसलिटी यह है कि यहां ट्रेडिशनल और मौडर्न फैशन, दोनों तरह का सामान मिलता है. सूट और बाकी कपड़ों के लिए नील, नवाब, खुशहाल और नया कटरा आदि ऐसे कई कटरे और गलियां हैं, जहां 2000 रुपये से 30 हजार तक का सूट मिल जाएगा. अप्सरा, मीना बाजार, ओमप्रकाश जवाहर लाल आदि ऐसी मशहूर दुकानें हैं, जहां आपको एक से बढ़कर एक डिजाइनर साडि़यां मिल जाएंगी.
बसुधा अरोड़ा जिन्होंने अपनी शादी की शो पिंग खुद की बताती है कि इस तरह की चीजों के लिए चांदनी चैक सबसे मुफीद जगह है. यहां 150  से 1000 रूपए तक अच्छी साड़ी मिल जाती हैं जो रिष्तेदारी में लेनदेन के काम आ सकती हैं. इसी तरह 10 हजार से 12 हजार के बीच में वेंडिंग लहंगा भी यहां आसानी से मिल जाता हे जबकि इसी तरह का लहंगा किसी मोल या षोरूम में कम से कम 50 हजार का पड़ता है. यही हाल सूट और षेरवानी का भी है. इसके अलावा जो सूट मौल से 2 हजार से 5 हजार का मिलता है वही यहां पर 500 से 1 हजार का मिल जाता है. इसी तरी कौस्मेटिक 120 से 200 तक मिल जाएगा. वहीं आर्टिफिषियल ज्वैलरी भी 250 से 2500 तक बेहतरीन डिजाइन में मिलती हैं. इसके अलावा फुटवेयर्स, बैग, बेल्ट और अन्य सामान के लिए करोलबाग बड़ा बाजार है. यहां जूते और सैंडल अच्छी रेंज में आसानी से कम कीमत में मिलते है.
कमलानगर बाजार में हर किसी के बजट के मुताबिक सामान मिल जाता है. लाजपत नगर, साउथ एक्सटेंशन  में भी शादी की खरीदारी के लिए विशिष्ट बाजार हैं. हां ब्रांडेड स्टोर्स के लिए सीपी और साउथ एक्सटेंशन बेहतर रहेंगे. वहीं बार्गेनिंग के लिए जनपथ, लाजपत नगर, सरोजनी नगर मुफीद हैं.
तो अगर आप भी शादी के सामानों की खरीदारी की अपनी लिस्ट तैयार कर चुके हैं तो इन जगहों अपनी रुचि व पसंद के हिसाब से शानदार और यादगार शो पिंग कर सकते हैं. यहां न तो आपका बजट बिगड़ेगा और न ही किसी भी तरह की दिक्कत होगी. गौर करने वाली बात यह है कि खुल बाजारों और होल सेल मार्केट में किसी भी तरह की बारगेनिंग करने में बिलकुल भी संकोच न करें बल्कि खुलकर मोलभाव करें.


सेल में करें सस्ती शॉपिंग
शादी की षांपिंग अगर फेस्टिव सीजन के दौरान कर रहे हैं तो मौजा ही मौजा. इन दिनों बाजारों में सेल की बहार होती है. चूंकि शादी के दौरान कई रिष्तेदारों के  लिए भी ढेर सारा सामान खरीदना पड़ता हैऐसे में  सेल में 2 के साथ 3 मुफत वाली स्कीम बहुत कारगर होती हे. सेल पीरियड में कई ब्रांडेड स्टोर्स ग्राहकों को  लुभाने के लिए लुभावनी सेल स्कीम्स अनाउंस करते हैं. आप भी ब्रैंडेड ड्रेसेज डिस्काउंट या औफर में लेना चाहते हैं, तो इसका फायदा जरूर उठाएं. फिलहाल  दिल्ली के कई मौल्स में सूट, षेरवानी, टीशर्ट, जींस, शर्ट, जूते और लड़कियों के लिए साड़ी, लहंगे, मेकअप किट, स्कर्ट के अलावा बैग, कैप, बेल्ट औ फुटवियर्स वगैरह भी 30 से 40 प्रतिशत तक के डिस्काउंट पर आसानी से मिल जाएंगे.
किराये पर भी ले सकते हैं
मेरा व्यक्तिगत अनुभव है, मैंने अपनी शादी के मौके पर परिधानों की खूब मंहगी खरीदारी की. 10000 हजार के सूट तो 2 से 5 हजार के महंगे जूते भी खरीदे. इसी तरह मेरी पत्नी ने भी महंगे लहंे, सूट और चांदनी चैक से 20 हजार की कीमत वाली साडि़यां खरीदीं.  वर वे कपड़े अब सिर्फ अलमारियों में धूल खा रहे हैं. कहने का मतलब यह हैं कि शादी के बाद वे किसी काम के नहीं रहे. 10000 का सूट, 15000 की षेरवानी और 38000 का लंगहा ड्राई क्लीनिंग के बाद अलमारियों में सजा भर है. शादी को एक साल पूरा होने को है पर अभी तक उन में से एक भी परिधान को दोबारा पहनने का मौका नहीं मिला. सिर्फ एक दिन के लिए पहनने वाले कपड़ों पर इतना खर्च करना अब मुझे नागवार गुजर रहा है. असल में शादी के कपड़े कुछ इस तरह के डिजाइन किए होते हैं कि उन्हें अन्य फंक्षनों में पहना ही नहीं जाता. मुझसे से सबक लेते हुए अगर अगर आप अपना बजट नहीं बिगाड़ना चाहते तो तो किराये पर भी अपना मनपसंद ड्रेस ले सकते हैं. अमूमन लोग दो दिन के लिए लहंगा शेरवानी किराये पर लेते हैं जिसमें कुल खर्च 5 से 10000 हजार रुपए तक खर्च आता है. जबकि वही 15 से 25 हजार रुपए के प्राइज टैग वाली साड़ी के किराये के रूप में दो से चार हजार रुपये का भुगतान करना पड़ता है.  किराए पर ड्रेसेज देने वालों की दुकानें दिल्ली में कई जगहों पर हैं मसलन वेस्ट पटेल नगर, चांदनी चैक, पीतमपुरा और राजौरी गार्डन में किराए पर ये परिधान लिए जा सकते हैं.

औनलाइन हो सस्ती शॉपिंग
मेट्रो सिटी में शादी की शो पिंग के ढेरों विकल्प मौजूद हैं. होल सेल, ओपेन मार्केट व मौल्स के अलावा औनलाइन शो पिंग औप्षन का चलन भी आजकल जोरांे पर है.घर बैठे सपरिवार मिलकर हरके की पंसद के अनुसार ईपोर्टल पर सामान चुनांे और और्डर कर दो. कुड ही दिनों में होम डिलीवरी के जरिए सारा सामान आपके घर पर होगा. शो पिंग का इतना आसान तरीका और न भागदौड़ की जरूरत. इससे समय और पैसे दोनांे की बचत होती है. यो तो औनलाइन शो पिंग कंपनियां साल भर सस्ते औफर देती हैं पर त्योहारों में डिस्कांउट और बढ जाते हैं. महंगे और ब्रांडेड सामानों पर सामान्य तौर पर 15 से 25 फीसदी तक की छूट असानी से मिल ही जाती है. कंपटीशन को दखते हुए आजकर औनलाइन शो पिंग वैबसाइट खूब छूट देती हैं. फ्लपकार्ट, स्नैपडील, 99 लेबल्स डौट कौम, फैशन एंड यू डौट कौम, एक्सक्लूसिवली डौट इन, मिंत्रा डौट कौम, नापतौल डौट कौम, होम शो प 18 और स्टार सीजे लाइव आदि कुछ प्रमुख वेबसाइट हैं जहां से  शदी की बेहतरीन खरीददारी की जा सकती है. जिस रंग का सूट या फैबरिक चाहिए या फिर मेकअप किट सब यहां उपलब्ध हैैं. कपड़ों के अलावा बेल्ट, बैग, परफ्यूम और घड़ी जैसे सामानों पर औनलाइन पोटर्ल 50 फीसदी की छूट मिल जाती है. इनके पास देशीविदेशी कई ब्रांड मौजूद हैं, बस एक क्लिक की जरूरत है.
इस तरह से आप एक स्मार्ट शो पिंग के जरिए अपना बैंड बाजा और बारात बड़े धूमधाम से बजा सकती हैं.
                                                 

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